नाभि में तेल लगाना खूबसूरती
नाभि में तेल लगाना खूबसूरती से लेकर स्वास्थ्य के लिए भी होता है बेहद फायदेमंद

बचपन में जब होंठ फटते थे या गैस की समस्या होती थी, अक्सर बड़े-बुजुर्ग नाभि में कोई तेल डालने की सलाह देते थे। नाभि को साफ़ रखने, इसमें तेल डालने और पेट दर्द से निजात पाने के लिए इसमें हींग का पानी भी लगाया जाता था।
नाभि को शरीर का केंद्र बिंदु माना जाता है। ये हमारे शरीर की नसों का केंद्र कहा जा सकता है। लगभग हर हिस्सा इससे जुड़ी नसों से जुड़ा होता है। यही वो हिस्सा होता है है जहां से मां के पेट में पल रहा बच्चा मां से जुड़ा होता है। यहीं से बच्चे को मां के भीतर चल रहे भावों का पता चलता है, साथ ही भोजन और जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी मिलते हैं।
यही वजह है कि ये हिस्सा बेहद सेंसिटिव और पूरे शरीर तक पहुंचने वाली नसों का केंद्र होता है। ऐसे में सोने से पहले इसमें दो बूंद तेल डालना आपको बहुत तरह के फायदे पहुंचाता है। ये दिमाग, आंखों, त्वचा के साथ ही आपके रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
चलिए आपको बताते हैं नियमित रूप से नाभि में तेल की कुछ बूंदें डालने के फायदे।
1. गुलाबी और मुलायम होंठ

शरीर में पानी और मॉइस्चर की कमी की वजह से अक्सर सर्दियों के मौसम में होंठ रूखे और बेजान हो जाते हैं। उन्हें सॉफ्ट बनाये रखने के लुए हम तरह-तरह के बाहरी क्रीम और मॉइस्चराइज़र्स का इस्तेमाल करने हैं। ऐसे में रात में सोने से पहले दो बूंद नारियल का तेल डालना होंठों को अंदर से जरूरी ऑयल्स देता है और उनका फटना रोककर उन्हें गुलाबी, मुलायम बनाता है और उनकी खोयी हुई नमी लौटाता है।
2. आंखों का सूखापन करे दूर

आजकल हम सभी दिन भर में 18 से 20 घंटे किसी न किसी इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन के सामने बैठे होते हैं। ऐसे में हमें आंखों से जुड़ी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आंखों में खुजली, जलन और सूखापन हमारी रोजमर्रा की जिंदगी और कामों को मुश्किल बना देता है ऐसे में रात में नाभि में दो बूंद सरसों का तेल डालना आंखों समस्याओं से आराम दिलाता है।
3. घुटने से दर्द से राहत

अक्सर बड़े-बुजुर्गों को ही नहीं, कम उम्र के लोगों को भी घुटने में दर्द की समस्या होती है। ये दर्द आपका चलना-फिरना और उठना-बैठना भी मुश्किल बना देता है। ऐसे में यह देखा गया है कि सोने से पहले नाभि में 2 बूंद सरसों का तेल डालना इस दर्द से आराम देता है। हालांकि अगर दादर असहनीय हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
4. स्किन के दाग-धब्बे दूर

सरसों का तेल हमारी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। पुराने जमाने में लोग इसे मॉइस्चुराइजर की तरह स्किन पर लगते थे। ये स्किन की चमक बढ़ाता है और स्किन की समस्याओं से आराम दिलाता है। इसी तर्ज पर अगर आप आपकी स्किन पर दाग-धब्बों और पिंपल्स से परेशान हैं तो रात में सोने से पहले नाभि में सरसों का तेल स्किन का रूखापन दूर करने के साथ ही इसे दाग-धब्बों और मुंहासों की समस्या से आराम दिलाता है।
साथ ही चेहरे पर निखार भी बढ़ाता है। बादाम का तेल नाभि में नियमित रूप से डालने से स्किन ब्राइट होती है और खिली खिली नजर आती है। नीम और लेमन ऑइल भी आपकी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। स्किन पर बढ़ते और अनकंट्रोल मुंहासों से आराम के लिए नीम का तेल नाभि में डालना भी बहुत असरदार होता है। इससे मुंहासे तो कम होते ही हैं, उनके दाग-धब्बे भी गायब हो जाते हैं।
5. पेट की समस्याओं का इलाज

तरह-तरह के तेल नाभि में डालने से आपको पेट की तमाम समस्याओं से भी आराम मिलता है। नाभि में सरसों का तेल डालने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है। अचानक पेट में होने वाले दर्द से आराम दिलाने के लिए भी नाभि में तेल डालना बहुत फायदेमंद साबित होता है। अगर आप अपच, फूड पॉइजनिंग, दस्त, उल्टी आने की समस्या से जूझ रहे हैं तो नाभि में पेपरमिंट ऑइल या किसी अन्य तेल को पतला करके के कुछ बूंदें डालनी चाहिए। इससे पेट की समस्याओं में आराम मिलता है।
6. रिप्रोडक्टिव सिस्टम को बनाये बेहतर

रिप्रोडक्शन और नाभि का गहरा सम्बन्ध है। नाभि की कोशिकाएं और नसें आपके प्रजनन तंत्र यानि रिप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़ी होती हैं। ऐसा माना जाता है कि कोकोनट या ऑलिव ऑइल नाभि में लगाने से महिलाओं के हॉर्मोन बैलेंस होते हैं और प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ती है। सिर्फ महिलाओं ही नहीं, पुरुषों के लिए भी ये बेहद फायदेमंद है। नाभि में तेल लगाने से पुरुषों के शरीर में स्पर्म काउंट बढ़ती है।
पीरियड्स से संबंधित समस्याओं से आजकल अधिकतर महिलाएं जूझ रहे हैं। अगर पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द हो तो रूई के फाहे में थोड़ी सी ब्रांडी डालकर नाभि में लगाने से ये दर्द तुरंत दूर हो जाता है। ब्रांडी ना हो तो आप सरसों के तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं।
जरूरी है नाभि की सफाई

नाभि हमारे शरीर का बेहद जरूरी लेकिन शायद सबसे नेग्लेक्टेड अंग है। इस छोटे से हिस्से में नहाने के दौरान नियमित रूप से पानी जाता है। पसीना भी इसके सीधे संपर्क में आता है। हम दिनभर कपड़ों से इस अंग को ढककर रखते हैं। इसी वजह से गीलेपन के चलते इसमें इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है।
नाभि की सफाई नियमित रूप की करनी चाहिए। इसके लिए नहाने के बाद सूखे सूती कपडे से इसे अच्छी तरह सुखाएं। नाभि में अक्सर मैल भी जम जाता है। इसके लिए कुसुम, जोजोबा, ग्रेप्स सीड या इसी तरह के अन्य हल्के तेल को रूई में लगाकर नाभि में लगायें और हल्के हाथों से मैल को साफ करें।
नाभि में मैल इकठ्ठा होकर बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन का कारण बनता है। इन्फेक्शन बढ़ने पर इसमें पस आने और घाव होने की समस्या भी हो सकती है। इसीलिए नाभि का मेल साफ करने के लिए आप सरसों के तेल या टी-ट्री ऑइल का प्रयोग करें। इससे सफाई होने के साथ ही इन्फेक्शन पैदा करने वाले कीटाणुओं के पनपने की आशंका भी कम होगी।
हम उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपके काम आएगी।
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