शारीरिक सम्बन्ध शुरू करने के बाद लड़कियों में आते हैं 7 बड़े बदलाव
शारीरिक सम्बन्ध शुरू करने के बाद लड़कियों में आते हैं 7 बड़े बदलाव

सेक्स किसी भी रिश्ते के लिए बड़ा बदलाव लेकर आता है। इमोशन्स के साथ ही कपल के बीच की बॉन्डिंग को भी यह कई तरह से प्रभावित करता है, लेकिन बात यहीं पर खत्म नहीं हो जाती। यौन संबंध शुरू करने के बाद लड़कियों के शरीर में भी कई तरह के बदलाव आते हैं।

सेक्स के बाद पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के शरीर में दिमाग ज्यादा ऑक्सीटॉसिन और डोपामाइन हॉर्मोन छोड़ता है। इसका उनके इमोशन्स के साथ ही बर्ताव पर भी असर पड़ता है। यह असर सिर्फ कुछ देर का नहीं बल्कि धीरे-धीरे पूरी पर्सनैलिटी पर भी असर डालता है।

यौन संबंधों की शुरुआत महिलाओं में अपनी बॉडी को लेकर कॉन्फिडेंस को भी बढ़ाता है। जब पार्टनर ऐसा हो जो आपकी हर चीज से प्यार करे तो कॉन्फिडेंस बढ़ना जायज सी बात है।

सेक्स के दौरान और उसके बाद ब्रेस्ट ज्यादा फर्म हो जाते हैं। दरअसल, यौन संबंध के दौरान नर्वस सिस्टम भी रिऐक्ट करता है और ब्रेस्ट ज्यादा फर्म हो जाते हैं। हालांकि यह न समझें कि ब्रेस्ट की यह फर्मनेस बनी रहेगी। दिमाग और बॉडी के रिलैक्स होते ही यह भी चली जाएगी।

यौन संबंधों की शुरुआत के बाद महिलाओं के ब्रेस्ट का साइज भी बढ़ने लगता है। ऐसा हॉर्मोन में आने वाले बदलावों के कारण होता है। हालांकि ऐसा सभी के साथ हो ऐसा जरूरी नहीं है।

सेक्शुअल ऐक्टिविटी की शुरुआत और बाद में महिलाएं अपने वजाइना में बदलाव महसूस करती हैं। ऐसा इंटरकोर्स के दौरान बॉडी रिऐक्शन के कारण होता है। यही वजह है कि समय के साथ वजाइना का साइज बढ़ जाता है।

यौन संबंधों के शुरू होने के बाद क्लिटरिस और यूट्रस के रिऐक्शन में भी बदलाव आता है। इंटरकोर्स से उत्तेजित होने पर वह स्वैल हो जाते हैं। इस रिऐक्शन को दिमाग याद रखता है और सेक्शुअल एक्साइटमेंट की स्थिति में ऐसे ही हर बार रिऐक्ट करता है।

कपल के बीच में यौन संबंधों की शुरुआत उन्हें एक नई स्टेज पर ले जाती है। इसका असर खासतौर पर महिलाओं पर ज्यादा होता है क्योंकि उनके लिए सेक्स के अलग मायने होते हैं। यही वजह है कि इस स्टेज के शुरू होने के बाद अक्सर महिलाएं पार्टनर को लेकर ज्यादा इमोशनली सेंसेटिव हो जाती हैं।
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