गुनगुना पानी पीजिए फ़ायदे में रहेंगे
गुनगुना पानी पीजिए फ़ायदे में रहेंगे
अपने देश में देसी तरीक़े ही काम आ सकते हैं. जैसे-सुबह की शुरुआत बेड टी या कॉफ़ी से करने के बजाय गुनगुना पानी पीकर करने से आपकी ज़िंदगी चमत्कारी रूप से बदल सकती है.
ख़ाली पेट गुनगुना पानी पीना स्वास्थ्य के लिए कितना लाभदायक हो सकता है आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते. आइए इस छोटी-सी आदत के बड़े नतीजों पर नज़र डालते हैं.

1. उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है
दुनिया में कौन है, जो जल्दी बूढ़ा होना चाहेगा? उम्मीद है आप भी नहीं. तो सुबह उठते ही गुनगुना पानी पीजिए. शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स की वजह से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है. हम बार-बार बीमार पड़ते हैं. गुनगुना पानी शरीर से उन टॉक्सिन्स को निकाल बाहर करता है. इसके अलावा ये आपकी त्वचा की कोशिकाओं को भी रिपेयर करता है, जिससे त्वचा की इलैस्टिसिटी बढ़ती है.
2. वजन कम होने में मदद मिलती है
गुनगुना पानी पीने से शरीर का टेम्प्रेचर बढ़ जाता है, जिससे शरीर का मेटाबोलिक रेट बढ़ जाता है. मेटाबोलिक रेट बढ़ने से कैलोरीज़ बर्न करने की शरीर की क्षमता बढ़ती है. यदि आप अपने दिन की शुरुआत गुनगुने नींबू पानी से करते हैं तो एडिपोज़ टिशू (दूसरे शब्दों में कहें तो बॉडी फ़ैट) के ब्रेक होने की प्रक्रिया तेज़ होती है. चूंकि नींबू में पेक्टिन फ़ाइबर होता है, जिसके चलते आपकी भूख भी नियंत्रित रहेगी.
3. पीरियड्स के दर्द से मिलती है राहत
पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए गुनगुना पानी पीना एक जांचा-परखा नुस्ख़ा है. गुनगुना पानी पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करती है, जिससे दर्द में राहत मिलती है. इसके अलावा क्रैम्प्स में गुनगुना पानी काफ़ी आराम पहुंचाता है.
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4. कब्ज़ से आराम दिलाता है गुनगुना पानी
कब्ज़ से हमारी ज़िंदगी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. कब्ज़ का रामबाण इलाज गुनगुने पानी में छिपा है. दरअस्ल, कब्ज़ का होना ही यह बताता है कि हमारे शरीर में पानी की कमी हो गई है. यदि आप सुबह ख़ालीपेट गुनगुना पानी पीते हैं तो आपका पेट साफ़ होने में मदद मिलती है. गुनगुने पानी का पाचन पर चमत्कारी परिणाम होता है. सुबह ख़ाली पेट गर्म पानी पीने से आपका पाचन तंत्र ऐक्टिव हो जाता है. पाचन की प्रक्रिया तेज़ होती है. वहीं ठंडा पानी पीने से आपके भोजन में शामिल ऑयल्स और फ़ैट्स सॉलिडिफ़ाई होते हैं. जिससे पाचन की प्रक्रिया में बाधा पहुंचती है. महिलाओं को तो ख़ासतौर से सुबह-सुबह गुनगुना पानी पीना चाहिए क्योंकि उन्हें कब्ज़ होने की संभावना पुरुषों की तुलना में अधिक होती है.
5. अच्छी नींद में सहायक है गुनगुना पानी
जब आप रात को सोने से पहले गुनगुना पानी पीते हैं तब आपका शरीर रिलैक्स हो जाता है. आपकी नर्व्स को आराम पहुंचता है. इसके चलते आप गहरी नींद सोते हैं.
दादी मां के अपडेटेड नुस्ख़े: दिनभर में आठ ग्लास पानी पीना चाहिए
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दादी मां का नुस्ख़ा: दिनभर में आठ ग्लास पानी पीना चाहिए
एक्सपर्ट की सलाह: ये बिल्कुल सही है कि ज़्यादा पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और यह डीटॉक्सिफ़िकेशन में सहायक है, पर इसके साथ-साथ सुबह-सुबह नींबू पानी पीना चाहिए. यह लिवर के डीटॉक्सिफ़िकेशन में सहायक है. पहले सुबह-सुबह उठकर लोग ब्रश करने के लिए केमिकल युक्त पेस्ट का इस्तेमाल नहीं करते थे, दातून करते थे. वह किसी न किसी पेड़ के डंठल होते थे, हर्बल होते थे, प्राकृतिक होते थे. और फिर वे सुबह-सुबह ही रातभर तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते थे. यह उनके दिन की शुरुआत में उनके हाइड्रेशन लेवल को बनाए रखने के लिए पर्याप्त होता था और डीटॉक्सिफ़ायर की तरह काम करता था. आज के समय में हम पानी पीना ही भूल जाते हैं और जब तक हमें इस बात का एहसास होता है कि प्यास लग रही है, हमारा शरीर डीहाइड्रेशन में पहुंच चुका होता है. ऐसे में यदि हम सुबह-सुबह नींबू पानी लें तो बेहतर रहता है, क्योंकि हम कितना भी सोचकर खाएं, हम इतना ज़्यादा घी-तेल खा लेते हैं, जिसे फ़्लश आउट करने में नींबू पानी क्लेंज़िंग एजेंट की भूमिका निभाता है. इसके अलावा दिनभर पानी पीकर शरीर को हाइड्रेटेड रखना सही आदत है.
बड़े काम की है दादी मां की सलाह
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यदि आप सोचती हैं कि रात को सोने से पहले दूध पीने, धूप में न घूमने की दादी मां की सलाह पुरानी बातें हैं तो एक बार फिर सोचिए. हम बता रहे हैं, क्यों इन सलाहों पर ग़ौर फ़रमाना समझदारी है.

दादी मां कहती हैं: ज़्यादा आम खाने से फोड़े-फुंसी होते हैं
डॉक्टर सहमत हैं: ‘‘कई बार ज़्यादा आम खाने से त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, अत: मैं तो यही कहूंगी कि आम सीमित मात्रा में खाना चाहिए,’’ कहना है नैचुरोपैथ ऐंड ब्यूटीथेरैपिस्ट, डॉ निर्मला शेट्टी का. मुंबई के नैचुरोपैथ डॉ भूपेंद्र घेरवाड़ा कहते हैं,‘‘खाने से पहले आम को कुछ घंटे तक पानी में भिगो दें ताकि उनकी गरमी चली जाए.’’ आम औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है. इसमें विटामिन ‘ए’ और ‘सी’ प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. आम रक्त शुद्धि और आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी फ़ायदेमंद है.
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दादी मां कहती हैं: सुबह उठते ही दो गिलास पानी पिएं
डॉक्टर सहमत हैं: पानी शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालने का सबसे बढि़या तरीक़ा है. डॉ शेट्टी का कहना है कि रात भर आराम करने के बाद शरीर को पानी की आवश्यकता होती है. ‘‘सुबह उठकर सबसे पहले पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ निकलने में सहायता मिलती है और आप तरोताज़ा महसूस करती हैं.’’ डॉ शेट्टी आगे कहती हैं,‘‘पानी पीने से आंतों की सफ़ाई होती है, गुर्दे स्वस्थ रहते हैं और कब्ज़ भी नहीं बनता.’’

डॉक्टर सहमत हैं: ‘‘हल्दी घावों को प्राकृतिक रूप से ठीक करती है. हल्दी में ऐंटीबैक्टीरियल और ऐंटीसेप्टिक गुण होते हैं. हड्डी में चोट लगने पर हल्दी हड्डी में लौह तत्वों को सक्रिय करती है, जिससे घाव जल्दी ठीक होता है. हल्दी मधुमेह में भी बहुत फ़ायदेमंद है.’’ कहना है डॉ घेरवाड़ा का. रक्त शुद्धि में इसका अहम् योगदान होता है. आयुर्वेद के अनुसार हल्दी में सूजन कम करने और रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का भी गुण है. आयुर्वेद में प्रतिदिन एक ग्लास गर्म दूध में चुटकी भर हल्दी मिलाकर पीना स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद माना जाता है.
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दादी मां कहती हैं: तेल लगाने से बाल मुलायम बनते हैं
डॉक्टर सहमत हैं: तेल बालों का एक प्राकृतिक कंडीशनर है. यह बालों को नमी प्रदान करने के साथ ही उनमें चमक लाकर उन्हें मज़बूत बनाता है. तेल मालिश से सिर में रक्त संचार तेज़ी से होता है, जिससे बाल जल्दी बढ़ते हैं. नियमित रूप से तेल मालिश करने से प्रदूषण के चलते बालों को होने वाली क्षति में कमी आती है. बेहतर नतीजे के लिए डॉ शेट्टी तेल में थोड़ा नारियल का दूध मिलाकर मालिश करने की सलाह देती हैं.
दादी मां कहती हैं: नीम त्वचा की हर समस्या के लिए रामबाण है
डॉक्टर सहमत हैं: प्राचीन काल से ही आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में नीम का विशेष महत्व है. नीम अपने ऐंटीबैक्टीरियल, ऐंटीवायरल और ऐंटीसेप्टिक गुणों के लिए जाना जाता है. इस बारे में डॉ शेट्टी कहती हैं,‘‘ऐसा इसके घटकों निम्बिडिन, निम्बिनिन और निम्बिन के कारण होता है. निम्बिडिन में सल्फ़र पाया होता है जो कि त्वचा की कई समस्याओं, जैसे-मुहांसे, खाज खुजली और सोरियासिस आदि को ठीक करने में सहायक होता है.’’ इसके साथ ही वे यह भी सलाह देती हैं कि यदि आपकी त्वचा संवेदनशील हो तो नीम का प्रयोग करने से पहले थोड़ी सावधानी ज़रूर बरतें.

दादी मां कहती हैं: अच्छी नींद के लिए सोने से पहले गर्म दूध पिएं
डॉक्टर सहमत हैं: गर्म दूध नींद लाने का एक प्राकृतिक तरीक़ा है. ‘‘सूरज ढलने के बाद ठंडा भोजन करने से गैस बनती है, इसलिए ठंडा दूध लेना उचित नहीं होता,’’ कहना है डॉ घेरवाड़ा का. वे आगे कहते हैं,‘‘गर्म दूध पीने से अच्छा एहसास होता है, साथ ही इसमें मौजूद प्रोटीन से दिमाग़ में मोनो-कार्ब्स सक्रिय हो जाते हैं जिससे उनींदापन महसूस होता है.’’
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दादी मां कहती हैं: दोपहर को धूप में नहीं घूमना चाहिए
डॉक्टर सहमत हैं: दोपहर 12 बजे के बाद सूरज की किरणों में अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की मात्रा सर्वाधिक होती, विटामिन ‘डी’ नहीं होता. सूरज की तेज़ किरणों से शरीर झुलस सकता है, साथ ही इसे शरीर में पानी की कमी हो सकती है,’’ कहना है डॉ घेरवाड़ा का. इससे सहमति व्यक्त करते हुए डॉ शेट्टी कहती हैं,‘‘ये किरणें त्वचा को नुक़सान पहुंचाने के अलावा आगे चलकर मोतियाबिंद का कारण भी बन सकती हैं. इतना ही नहीं कोशिकाएं स्थाई रूप से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, चेहरे पर दाग़ धब्बे और समय से पहले झुर्रियां पड़ सकती हैं.’’ कई शोधों से इस बात की भी पुष्टि हुई है कि अधिक समय तक तेज़ धूप में जाने से स्किन कैंसर हो सकता है. विशेषज्ञ धूप में निकलने से पहले एसपीएफ़ 30 वाले सनस्क्रीन लगाने की सलाह देते हैं.
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