भूख बढ़ाने के लिए अपनाये
भूख बढ़ाने के लिए अपनाये इन 9 आयुर्वेदिक दवा एवं 5 घरेलु नुस्खों
भूख बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा : भूख न लगना या कम लगना एक सामान्य समस्या है | वैसे यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है, लेकिन अगर आपका स्वास्थ्य अन्य मामलों में सही है तो निश्चिंत रहे यह एक सामान्य समस्या ही है | क्योंकि भूख कम लगने पर आप इसका आसानी से घरेलु उपचार के माध्यम से इलाज कर सकते है | आयुर्वेद के अनुसार शरीर में वातादी एवं पितादी दोष के पनपने से जठराग्नि कमजोर हो जाती है जिससे व्यक्ति को भूख कम लगने लगती है |
भूख कम लगने की समस्या आज हर वर्ग के लोगों में देखने को मिलती है | छोटे बच्चे से लेकर युवा तक सभी इस रोग से प्रभावित होते देखे जाते है | इन सब का सबसे बड़ा कारण हमारी दिनचर्या और खान – पान की आदत को मान सकते है | इन्ही गलत आहार – विहार के कारण किसी भी व्यक्ति की जठराग्नि कमजोर होती है |
आज हम इस समस्या का स्थाई समाधान जैसे भूख बढ़ाने के घरेलु उपाय, आयुर्वेदिक दवा, आयुर्वेदिक सिरप एवं भूख बढ़ाने के अन्य सभी औषध योग के बारे में बताएँगे |
भूख न लगने के कारण
/ BHUKH NA LAGNE KE KARAN
आंतो की पचाने की शक्ति कमजोर पड़ने पर भूख कम लगने लगती है |
गरिष्ठ भोजन का सेवन करने से या फ़ास्ट फ़ूड का अधिक सेवन से भी भूख कम लगने की समस्या हो जाती है |
वे व्यक्ति जो दिनभर बैठे रहते है एवं बिलकुल भी शारीरिक श्रम नहीं करते उन्हें भी भूख नहीं लगती |
मानसिक विकार जैसे – क्रोध, भय, चिंता एवं तनाव आदि के कारण |
दिवास्वप्न अर्थात दिन में सोने वाले व्यक्ति भी इस रोग से पीड़ित हो सकते है |
शराब का अत्यधिक सेवन करने से |
धुम्रपान |
कब्ज एवं गैस की समस्या रहने पर |
लीवर का कोई रोग |
अपच एवं अरुचि रोग के कारण |
इन सभी कारणों से व्यक्ति की प्राकृतिक पाचन शक्ति कमजोर पड़ जाती है एवं व्यक्ति को भूख न लगना या कम लगना जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है |
पुदीना
पुदीने को रुचिकारक माना जाता है | यह भोजन के स्वाद को बढाता है एवं पेट की सभी रोगों का हरण करता है | पुदीने में एसे औषधीय गुण मिलते है जो पेट के सभी रोगों का नाश करते है | भूख बढ़ाने के लिए पुदीने के इन नुस्खों को अपनाएं –
थोड़ा सा पुदीना ले और इसमें आधा चम्मच भुना हुआ जीरा, 1 – 2 कालीमिर्च एवं थोड़ी सी हिंग मिलाकर चटनी बना ले | इस चटनी की एक चम्मच एक गिलास पानी में मिलाकर सेवन करने से भूख बढ़ने लगती है |
पुदीने के दुसरे प्रयोग में इसका एक चम्मच रस निकाल ले | इसमें एक चम्मच प्याज का रस मिलाकर सेवन करने से भूख खुल कर लगने लगती है |
अदरक
अदरक भी भूख बढ़ाने के लिए पुराने समय से प्रयोग की जाती रही है | यह अग्निमंध्य, अरुचि एवं अपच जैसे रोगों में काफी लाभदायक सिद्ध होती है | अगर भूख कम लगती हो तो 1 गांठ अदरक के साथ 2 कलियाँ लहसुन, 4 – 5 कालीमिर्च लेकर इसकी चटनी बना ले | इस चटनी के नित्य सेवन से फिर से भूख बढ़ने लगेगी |
भूख बढ़ाने के लिए अदरक का एक चमत्कारिक नुस्खा भी है | इसके लिए 5 ग्राम अदरक को छीलकर इसे बारीक़ क़तर ले | भोजन से पहले इस कतरी हुई अदरक पर सेंधा नमक डालकर खाएं | निरंतर 7 दिन के इस्तेमाल से भूख न लगने की समस्या और पेट गैस जैसी समस्या भी खत्म हो जाती है |
लौंग
सभी घरों में आसानी से मिलने वाला औषधीय मसाला है | पुराने समय से ही यह हर महिला के रसोई की शान रही है | पेट के रोग हो या सर्दी जुकाम सभी में इसके घरेलु नुस्खे उत्तम परिणाम देते आये है | अगर आप भूख बढ़ाने के इलाजदेख रहें है तो लौंग के इन घरेलु उपायों को अपना सकते है –
5 लौंग के साथ एक लाल इलायची को कूटकर इसका काढ़ा बना कर सेवन करने से भूख खुल कर लगने लगती है |
5 लौंग और एक हरड को कुट्लें | अब एक गिलास पानी में इसका काढ़ा तैयार करें जब पानी 1/4 बचे तब इसे उतार कर ठंडा करके इसमें आधा चम्मच काला नमक मिलाकर प्रयोग करने से भूख बढ़ने लगती है |
सौंफ एवं सेंधा नमक भूख बढ़ाने के लिए
सौंफ एवं सेंधा नमक भी हर घर में आसानी से उपलब्ध होने वाले औषधीय मसालें है | भूख बढ़ाने के लिए आप इनका निम्न तरह से प्रयोग कर सकते है |
4 चम्मच सौंफ, 4 चम्मच अजवायन, 2 चम्मच कलोंजी एवं आधा चम्मच सेंधा नमक इन सब को मिलाकर चूर्ण बना ले | नित्य आधा चम्मच की मात्रा में इस चूर्ण का सेवन करने से भूख खुल कर लगने लगती है | रोज तीन दिन तक भोजन के बाद इसका सेवन करें |
1 चम्मच सेंधा नमक को एक प्याज के रस में मिलकर सेवन करने से भूख कम लगने की समस्या जाती रहती है |
अजवायन
अजवायन एक उत्तम रुचिकारक मसाला है | अधिकतर घरों में आसानी से मिल भी जाता है | पेट के सभी रोगों में इसका प्रयोग चमत्कारिक लाभ देता है | पेट दर्द, अरुचि, जठराग्नि कमजोरी, अजीर्ण एवं भूख न लगने की समस्या में आधा चम्मच अजवायन का चूर्ण बना ले | इस चूर्ण में थोडा सा सेंधा नमक मिलाकर नित्य रात्रि में सेवन करने से भूख खुल कर लगने लगती है |
भूख बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाएं (चूर्ण) / BHUKH BADHANE KI AYURVEDIC DAVA
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में भूख बढ़ाने की विभिन्न दवा उपलब्ध है | इनका उपयोग करके भी आप अपनी समस्या से निजात पा सकते है | यहाँ हमने आयुर्वेद की सर्वमान्य एवं प्रशिद्ध दवाओं की सूचि दी है जो भूख न लगने की समस्या में अचूक दवा साबित होती है |
1. शिवाक्षार पाचन चूर्ण
भूख न लगने की समस्या, अजीर्ण, अपच एवं अरुचि में आयुर्वेद का सबसे अधिक प्रशिद्ध चूर्ण है | इसका प्रयोग किया जा सकता है | अगर आपको पाचन की खराबी के कारण भूख नहीं लगती तो निश्चित ही इस चूर्ण का उपयोग करना चाहिए | निरंतर 10 दिन के प्रयोग से ही आपकी भूख बढ़ने लगेगी | पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, श्री मोहता आदि सभी कम्पनियाँ इसका निर्माण करती है | इन सभी चूर्ण को आप ऑनलाइन भी खरीद सकते है | यहाँ हमने अमेज़न पर उपलब्ध शिवाक्षर चूर्ण का सीधा लिंक उपलब्ध करवाया है –
2. हिंग्वाष्टक चूर्ण

3. अग्निकुमार रस
अग्नि कुमार रस का सेवन भूख बढ़ाने के लिए किया जा सकता है एवं इसके परिणाम भी अच्छे मिलते है | यह आयुर्वेद के रस प्रकरण की औषधि है | इसका सेवन भूख न लगने, कमजोर पाचन, अजीर्ण, अपच में किया जा सकता है | अगर आप इसका सेवन भूख बढ़ाने के लिए कर रहें है तो 1 से 2 गोली सौंफ अर्क या चिकित्सक के निर्देशानुसार करें |
4. अग्निमुख चूर्ण
अग्निमंध्य, पाचन का ठीक ढंग से काम न करना, खट्टी डकारें आना आदि में अग्निमुख चूर्ण का सेवन कर सकते है | इसका निर्माण सोंठ, जीरा, काला नमक एवं सेंधा नमक आदि से होता है | अत: भूख कम लगने की बीमारी में 1 से 3 ग्राम की मात्रा में भोजन के बाद पानी के साथ सेवन किया जा सकता है | 5 – 7 खुराक में ही भूख बढ़ने लगेगी |
मन्दाग्नि के साथ साथ , आंतो में सुजन, उदर के विकार एवं आमातिसार आदि रोगों में उपयोग की जाती है | चित्रक, हिंग, पीपल एवं यवक्षार आदि औषध द्रवों से इसका निर्माण किया जाता है | बाजार में पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ आदि कंपनियों की उपलब्ध हो जाती है |
7. पंचकोल चूर्ण
दीपन एवं पाचन गुणों से युक्त इस चूर्ण का इस्तेमाल भी आप भोजन में रूचि जगाने के लिए कर सकते है | भूख बढ़ाने के साथ – साथ पेट की विभिन्न रोग जैसे – आफरा, पेट दर्द एवं अपचन में लाभ देता है | का सेवन 3 से 5 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ किया जा सकता है |
भूख बढ़ाने वाली आयुर्वेद की सिरप / AYURVEDIC SYRUP
भूख बढ़ाने के लिए आयुर्वेद की विभिन्न सिरप उपलब्ध है | यहाँ हमने कुच्छ सिरप की जानकारी उपलब्ध करवाई है जो भूख बढ़ाने में मदद करती है | आप इन्हें ऑनलाइन भी खरीद सकते है | यहाँ हमने अमेज़न पर बिकने वाली भूख बढ़ाने वाली सिरप के लिंक भी दिए है ताकि आपके लिए आसानी हो |
1. हिमालया त्रिकटु सिरप / Himalaya Trikatu Syrup
हिमालय कंपनी की यह सिरप पाचन को सुधारती है एवं भूख को बढ़ाती है | खट्टी डकारें , पेट में सुजन एवं कम भूख लगने की समस्या में इसका सेवन किया जा सकता है | इसका सेवन नित्य सुबह एवं शाम 1 चम्मच की मात्रा में करना चाहिए | इसका निर्माण त्रिकटु अर्थात सोंठ, कालीमिर्च एवं पिप्पली के मिलाने से किया जाता है |
2. हिमालया त्रिफला सिरप / Himalaya Triphala Syrup
कब्ज, आंतो की समस्या एवं पाचन को सुधारने में यह उत्तम आयुर्वेदिक सिरप है | अगर आपको पाचन की गड़बड़ी के कारण भूख नहीं लगती तो इस सिरप का सेवन कर सकते है |
इनके अलावा आप भूख बढ़ाने के लिए औषधीय योग एवं चूर्ण का घर पर भी निर्माण कर सकते है | यहाँ हमने कुछ घरेलु योग एवं चूर्ण बनाने की विधि बताई है | जो भूख बढ़ाने का कार्य करती है |
भूख बढ़ाने वाले औषध योग एवं चूर्ण का करे घर पर निर्माण
1. अग्निवर्धक चूर्ण
अग्नि को बढ़ाने वाला यह चूर्ण आप घर पर ही बना सकते है , इसके लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी |
भुना हुआ जीरा 100 ग्राम
पीसी हुई सोंठ 50 ग्राम
कालीमिर्च 50 ग्राम
निम्बू का सत 50 ग्राम
काला नमक 50 ग्राम
सेंधा नमक 150 ग्राम
पिपरमेंट – 2 ग्राम
इन सभी को कूट पीसकर महीन चूर्ण बना ले एवं शीशी में भर ले | यह अग्निवर्धक चूर्ण तैयार हो गया | इसका इस्तेमाल नित्य भोजन के पश्चात आधा – आधा चम्मच की मात्रा में पानी के साथ करें | नित्य प्रयोग से भोजन अच्छी तरह पचने लगेगा और खुल कर भूख लगेगी | गैस एवं आफरे की समस्या में भी आराम पहुंचाता है |
2. त्रिफला चूर्ण
आंवला , हरड एवं बहेड़ा – इन तीनो को सामान मात्रा में लेकर कूट पीसकर चूर्ण बना ले | त्रिफला चूर्ण सम्पूर्ण शरीर के कायाकल्प के काम आता है | नित्य प्रयोग से पाचन की क्रिया सुधरती है एवं भूख बढती है | इसे आयुर्वेद में त्रिदोष शामक औषधि माना जाता है | अत: यह सभी प्रकार के अन्य रोगों में भी लाभदायक सिद्ध होता है |
3. लवण भास्कर चूर्ण भी एक उत्तम योग है जिसके प्रयोग से सभी प्रकार के पेट के रोग दूर होते है | भूख बढ़ाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते है | लवण भास्कर की निर्माण विधि जानने के लिए
नोट – ऊपर बताई गई सभी आयुर्वेदिक दवाएं एवं योग आदि भूख बढ़ाने के लिए प्रमाणित दवाइयां है फिर भी चिकित्सक का परामर्श अवश्य लें |
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