गर्भावस्था के दौरान अधिक खुजली
गर्भावस्था के दौरान अधिक खुजली बढ़ा सकती है खतरा

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं जिसमें पेट पर खुजली बेहद सामान्य बदलाव है।
आमतौर पर रक्त संचार बढ़ने या पेट की त्वचा की स्ट्रेचिंग की वजह से खुजली होती है लेकिन जब यह बहुत अधिक हो तो यह होने वाले बच्चे के लिए खतरे का इशारा है।
डॉक्टरों का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पेट, हाथ और पैर के पंजों पर तेज खुजली होना उनके लिवर से संबंधित रोग – इंट्राहेप्टिक कोलेस्टासिस ऑफ प्रेग्नेंसी (आईसीपी) के लक्षण हो सकते हैं जिससे जच्चा-बच्चा की जान को खतरा है।
आईसीपी की अवस्था में लिवर की केमिकल को प्रवाहित करने की क्षमता खत्म हो जाती है जिससे बाइल एसिड नसों को प्रभावित करता है और त्वचा पर तेज खुजली होती है।
अक्सर यह रोग गर्भावस्था के छठे सप्ताह से शुरू होता है। इस दौरान पेशाब का रंग गहरा पीला हो जाता है। अगर सामान्य मॉश्चुराइजर से यह न दूर हो तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

किंग्स कॉलेज के एक शोध के अनुसार आईसीपी से हर साल ब्रिटेन में करीब 5000 महिलाएं मृत शिशु को जन्म देती हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि त्वचा पर अधिक खुजली को अक्सर महिलाएं हल्के में ले लेती हैं और जब सि रोग का पता चलता है तब तक देर हो चुकी होती है।
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