प्रारंभिक लक्षण जिससे पता चलता है आप गर्भवती है
प्रारंभिक लक्षण जिससे पता चलता है आप गर्भवती है
क्या आप गर्भवती है ? इस बात का संकेत आपको पीरियड के एक या दो सप्ताह लेट होने के बाद ही चलता है लेकिन अगर आप मासिक धर्म चक्र का ट्रैक रखना भूल गयी या फिर आप इसका ट्रैक ही नही रख रही है तो सिर्फ पीरियड की अवधि की उम्मीद में गर्भावस्था के लक्षण का पता नही लगा सकती है।
यकीनन घर पर प्रेगनेंसी किट गर्भावस्था परीक्षण के लिए पक्का सबूत है पर महिलाओं से मिलें अनुभवों के अनुसार नीचे दिए कुछ लक्षणों को शेयर किया गया है जिनकी मदद से मासिक धर्म की ट्रैक भूल के बिना भी घर पर पता लगाने में आसानी होगी कि आप गर्भवती हो सकती है या नहीं।

स्तनों में सूजन : स्तनों में वृद्धि गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षणों में से है और ऐसा हार्मोन के स्तर में वृद्धि की वजह से होता है। बॉडी के इस संवेदनशील भाग के वृद्धि का अहसास जल्द महसूस होने लगता है।
थकान : हार्मोन प्रोजेस्टेरोन की तेजी से बढ़ते स्तर की वजह से आपको अचानक थकान पहले की अपेक्षा जल्दी महसूस होने लगती है। जल्दी थकान प्रेगनेंसी के लक्षण नही है लेकिन गर्भावस्था होने पर हार्मोन की वजह से जल्दी थकान आती है।

मतली या उल्टी : घरों में या आज भी गांवों में ज्यादातर प्रेगेंट महिलाओं की पहचान इसी तरकीब के द्वारा की जाती है। ज्यादातर गर्भाधान करने वाली महिलाओं को सुबह के समय मिचली या उलटी की शिकायत होती है लेकिन गर्भावस्था से संबंधित मतली और उल्टी की समस्या सुबह, दोपहर या रात को भी हो सकती है।

भोजन की रुचि में परिवर्तन: आप नव गर्भवती होती है तो आपकी पसंदीदा सैंडविच कॉफी अन्य सादे खाने में आपकी अरूचि झलकने लगती है। ऐसा तेजी से सिस्टम में एस्ट्रोजन की मात्रा में वृद्धि का प्रभाव से होता है। प्रेगनेंसी आने के बाद महिलाओं का जी चटपटे भोजन की तरफ बढने लगता है अचानक खाद्य पदार्थों में आया बदलाव भी गर्भवती होने की निशानी होता है।

पेट में सूजन : गर्भावस्था में थोड़ी अवधि के बाद ही हार्मोनल परिवर्तन की वजह से पेट फूलना शुरू होने लगता है और इसी कारण पाचन क्रिया भी बिगड़ने लगती है। गर्भावस्था में कब्ज और पेट ऐंठन महसूस की शिकायत होना आम बात है। अगर आपके पीरियड लेट है और आपके कपड़ो की फिटिंग खराब हो रही है तो यह प्रेगनेंसी के लक्ष्ण है।

पेशाब का बार-बार आना : गर्भवती बनने के फौरन बाद बाथरूम के लिए जल्दी-जल्दी जाना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योकि गर्भावस्था के दौरान बॉडी में अतिरिक्त तरल पदार्थ निकलता है जिससे मूत्राशय पर प्रेशर बढ़ता है और बार-2 पेशाब के लिए जाना पड़ता है।

शरीर का तापमान उच्च हो जाना : गर्भवती होने के बाद बॉडी का तापमान सामान्य से थोडा अधिक बढ़ जात है अगर यह 18 दिनों तक कायम रहता है तो यह गर्भावस्थात के प्रारंभिक लक्षण है।

बॉडी में दर्द : प्रेग्नेंिट होने पर हार्मोन में परिर्वतन होना स्वाभाविक क्रिया है और इसी क्रिया के कारण सिरदर्द और पीठदर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। गर्भावस्था में मन भी चंचल हो जाता है और एक काम में मन नही लगता है।

उपर दिए गयें उपायों की मदद से आप गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण तो जान सकती है पर गर्भावस्था को पुख्ता करने के लिए घर पर एक प्रेगनेंसी टेस्ट कर लें यह बहुत ही आसान होता है। पेशाब की बूंदों को प्रेगनेंसी किट के अंदर डाल कर पॉजिटिव या निगेटिव परिणाम की परीक्षा करें। घरेलू प्रेगनेंसी किट से कुछ क्षणों में ही पक्का पता चल जायेगा कि आप गर्भवती है या नही
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