कब्ज में राहत दिलाने के लिए लाभकारी हैं ये योगासन
कब्ज में राहत दिलाने के लिए लाभकारी हैं ये योगासन

योग करने से तनाव को नियंत्रण में रखा जा सकता है जिससे शरीर की पाचन क्रिया में सुधार आता है। कई योगासन विशेष रुप से कब्ज की समस्या में राहत दिला सकते हैं। कब्ज से निजात पाने के लिये योग अभ्यास घर पर भी किया जा सकता है।
Iकब्ज पाचन तंत्र में होने वाली एक समस्या है जिसमें बोवेल मूवमेंट्स होने में मुश्किल होने लगती है। अगर आपको एक हफ्ते में तीन बार से कम बोवेल मूवमेंट्स हो रहे हैं तो आप कब्ज से ग्रस्त हैं। अनियमित खानपान और गलत जीवनशैली की वजह से कोलन की मांसपेशियां ठीक से काम नहीं करती हैं और कोलन अधिक पानी अवशोषित करने लगता है जिसके कारण कब्ज होता है। इस समस्या से निजात पाने के लिये मेडिकेशन की जरुरत हो सकती है, लेकिन कुछ योगासन करके भी प्राकृतिक तरीके से कब्ज की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। योग आपको कब्ज से राहत पाने में मदद करता है क्योंकि यह तनाव को कम करता है और तनाव के कारण कब्ज की स्थिति और खराब हो सकती है। ]
किस तरह का योग है बेहतर:
अगर आपको कब्ज की समस्या है तो जरुरी है कि आप नियमित रुप से योग का अभ्यास करें। केवल कुछ दिनों तक कुछ आसनों का अभ्यास करने से ये समस्या दूर नहीं हो पाएगी। एक हफ्ते में एक बार लंबी क्लासेस लेने की तुलना में बेहतर है कि आप थोड़े समय के लिए रोजाना योग अभ्यास करें। अगर आप कब्ज से निजात पाने के लिये योग अभ्यास घर पर ही करने जा रहे हैं तो नीचे बताएं गए योगासन आपके लिये लाभकारी हो सकते हैं।
फॉरवर्ड बैंड्स:
फॉरवर्ड बैंड्स दो प्रकार के होते हैं। स्टैंडिंग और सीटिंग फोरवर्ड बैंड्स (Standing or seated forward bends) दोनों ही आपको कब्ज में राहत दिला सकते हैं। फॉरवर्ड बैंड्स में हम सूर्य नमस्कार का सबसे पहला भाग होता है। इसमें हम अपने घुटनों को सीधे रखकर आगे से नीचे की तरफ झुकते हैं। स्टैंडिंग फॉरवर्ड बैंड्स में आप सीधे खड़े हो जाए और दोनों हाथों को ऊपर उठा लें। अब हाथों और सिर को अपने पैर की तरफ ले जाते हुए झुकें। इस प्रक्रिया को दोहराएं। इस दौरान घुटनों को सीधा रखें। [
नीज टू चेस्ट(Knees-to-Chest):
जमीन पर सीधे लेट जाएं और अपने घुटनों को मोड़कर सीने के पास लाएं जैसे आप उन्हें गले लगा रहे हो। अब एक घुटने को वापस उसकी जगह पर ले जाएं और पैर सीधा रखें। फिर दूसरे घुटने से यही प्रक्रिया दोहराएं। आप दोनों घुटनों को एक साथ मोड़ कर भी ये आसन कर सकते हैं। इस अवस्था को योग में वाइंड रिलीविंग योगासन कहते हैं। आप इसे लेटकर या खड़े होकर किसी भी अवस्था में कर सकते हैं यह आपको एक जैसे फायदें देता है। यह आसन वयस्कों को होने वाले कब्ज के इलाज में लाभकारीहै।
इनवर्जन: https://healthtoday7.blogspot.com/
अपनी आंतों को गति में लाने के लिए इंवर्जन योगासन काफी बढ़िया उपाय है। इनमें हेडस्टैंड और शोल्डरस्टैंड आसन शामिल हैं। अगर आप नियमित रुप से योग का अभ्यास कर रहे हैं तो ही इस योगासन को करें क्योंकि विशेषज्ञ योग अभ्यास के शुरुआती दौर में इस आसन को करने की सलाह नहीं देते हैं।
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